Original

एतच्छ्रुत्वा महाराज वचनं मम सांप्रतम् ।प्रत्युद्याहि रणे पार्थ मद्रराजं महाबलम् ।जहि चैनं महाबाहो वासवो नमुचिं यथा ॥ ३४ ॥

Segmented

एतत् श्रुत्वा महा-राज वचनम् मम सांप्रतम् प्रत्युद्याहि रणे पार्थ मद्र-राजम् महा-बलम् जहि च एनम् महा-बाहो वासवो नमुचिम् यथा

Analysis

Word Lemma Parse
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
श्रुत्वा श्रु pos=vi
महा महत् pos=a,comp=y
राज राज pos=n,g=m,c=8,n=s
वचनम् वचन pos=n,g=n,c=2,n=s
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s
सांप्रतम् सांप्रतम् pos=i
प्रत्युद्याहि प्रत्युद्या pos=v,p=2,n=s,l=lot
रणे रण pos=n,g=m,c=7,n=s
पार्थ पार्थ pos=n,g=m,c=8,n=s
मद्र मद्र pos=n,comp=y
राजम् राज pos=n,g=m,c=2,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
बलम् बल pos=n,g=m,c=2,n=s
जहि हा pos=v,p=2,n=s,l=lot
pos=i
एनम् एनद् pos=n,g=m,c=2,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
बाहो बाहु pos=n,g=m,c=8,n=s
वासवो वासव pos=n,g=m,c=1,n=s
नमुचिम् नमुचि pos=n,g=m,c=2,n=s
यथा यथा pos=i