Original

प्रहर्षं प्राप्य सेना तु तावकी भरतर्षभ ।तां रात्रिं सुखिनी सुप्ता स्वस्थचित्तेव साभवत् ॥ २० ॥

Segmented

प्रहर्षम् प्राप्य सेना तु तावकी भरत-ऋषभ ताम् रात्रिम् सुखिनी सुप्ता स्वस्थ-चित्ता इव सा अभवत्

Analysis

Word Lemma Parse
प्रहर्षम् प्रहर्ष pos=n,g=m,c=2,n=s
प्राप्य प्राप् pos=vi
सेना सेना pos=n,g=f,c=1,n=s
तु तु pos=i
तावकी तावक pos=a,g=f,c=1,n=s
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
रात्रिम् रात्रि pos=n,g=f,c=2,n=s
सुखिनी सुखिन् pos=a,g=f,c=1,n=s
सुप्ता स्वप् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
स्वस्थ स्वस्थ pos=a,comp=y
चित्ता चित्त pos=n,g=f,c=1,n=s
इव इव pos=i
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
अभवत् भू pos=v,p=3,n=s,l=lan