महाभारतम् — 9.58.1
Original
Segmented
संजय उवाच तम् पातितम् ततो दृष्ट्वा महा-शालम् इव उद्गतम् प्रहृः-मनसः सर्वे बभूवुः तत्र पाण्डवाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पातितम् | पातय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
ततो | ततस् | pos=i |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
शालम् | शाल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
उद्गतम् | उद्गम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
प्रहृः | प्रहृष् | pos=va,comp=y,f=part |
मनसः | मनस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
बभूवुः | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
तत्र | तत्र | pos=i |
पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |