Original

सरस्वती सर्वनदीषु पुण्या सरस्वती लोकसुखावहा सदा ।सरस्वतीं प्राप्य जनाः सुदुष्कृताः सदा न शोचन्ति परत्र चेह च ॥ ३५ ॥

Segmented

सरस्वती सर्व-नदीषु पुण्या सरस्वती लोक-सुख-आवहा सदा सरस्वतीम् प्राप्य जनाः सु दुष्कृताः सदा न शोचन्ति परत्र च इह च

Analysis

Word Lemma Parse
सरस्वती सरस्वती pos=n,g=f,c=1,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
नदीषु नदी pos=n,g=f,c=7,n=p
पुण्या पुण्य pos=a,g=f,c=1,n=s
सरस्वती सरस्वती pos=n,g=f,c=1,n=s
लोक लोक pos=n,comp=y
सुख सुख pos=n,comp=y
आवहा आवह pos=a,g=f,c=1,n=s
सदा सदा pos=i
सरस्वतीम् सरस्वती pos=n,g=f,c=2,n=s
प्राप्य प्राप् pos=vi
जनाः जन pos=n,g=m,c=1,n=p
सु सु pos=i
दुष्कृताः दुष्कृत pos=n,g=m,c=1,n=p
सदा सदा pos=i
pos=i
शोचन्ति शुच् pos=v,p=3,n=p,l=lat
परत्र परत्र pos=i
pos=i
इह इह pos=i
pos=i