महाभारतम् — 9.53.32
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच नारदस्य वचः श्रुत्वा तान् अभ्यर्च्य द्विजर्षभान् सर्वान् विसर्जयामास ये तेन अभ्यागताः सह गम्यताम् द्वारकाम् च इति सो ऽन्वशाद् अनुयायिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
नारदस्य | नारद | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अभ्यर्च्य | अभ्यर्च् | pos=vi |
द्विजर्षभान् | द्विजर्षभ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विसर्जयामास | विसर्जय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अभ्यागताः | अभ्यागम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
सह | सह | pos=i |
गम्यताम् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
द्वारकाम् | द्वारका | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
इति | इति | pos=i |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽन्वशाद् | अनुशास् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
अनुयायिनः | अनुयायिन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |