महाभारतम् — 9.49.33
Original
Segmented
वाजपेयम् क्रतु-वरम् तथा बहु-सुवर्णकम् आहरन्ति महा-प्राज्ञाः तेषाम् लोकेषु अपश्यत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वाजपेयम् | वाजपेय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
क्रतु | क्रतु | pos=n,comp=y |
वरम् | वर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
सुवर्णकम् | सुवर्णक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आहरन्ति | आहृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
प्राज्ञाः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अपश्यत | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |