महाभारतम् — 9.49.24
Original
Segmented
एवम् विगणयन्न् एव स मुनिः मन्त्र-पारगः उत्पपात आश्रमात् तस्माद् अन्तरिक्षम् विशाम् पते जिज्ञासा-अर्थम् तदा भिक्षोः जैगीषव्यस्य देवलः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
विगणयन्न् | विगणय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
एव | एव | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मुनिः | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मन्त्र | मन्त्र | pos=n,comp=y |
पारगः | पारग | pos=a,g=m,c=1,n=s |
उत्पपात | उत्पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
आश्रमात् | आश्रम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
तस्माद् | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अन्तरिक्षम् | अन्तरिक्ष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विशाम् | विश् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
पते | पति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
जिज्ञासा | जिज्ञासा | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
भिक्षोः | भिक्षु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
जैगीषव्यस्य | जैगीषव्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
देवलः | देवल | pos=n,g=m,c=1,n=s |