Original

स्रुचावतीति धर्मात्मा तदर्षिगणसंसदि ।स च तामाश्रमे न्यस्य जगाम हिमवद्वनम् ॥ ६० ॥

Segmented

स्रुचावती इति धर्म-आत्मा तदा ऋषि-गण-संसदि स च ताम् आश्रमे न्यस्य जगाम हिमवत्-वनम्

Analysis

Word Lemma Parse
स्रुचावती स्रुचावती pos=n,g=f,c=1,n=s
इति इति pos=i
धर्म धर्म pos=n,comp=y
आत्मा आत्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
तदा तदा pos=i
ऋषि ऋषि pos=n,comp=y
गण गण pos=n,comp=y
संसदि संसद् pos=n,g=f,c=7,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
आश्रमे आश्रम pos=n,g=m,c=7,n=s
न्यस्य न्यस् pos=vi
जगाम गम् pos=v,p=3,n=s,l=lit
हिमवत् हिमवन्त् pos=n,comp=y
वनम् वन pos=n,g=n,c=2,n=s