Original

गते वज्रधरे राजंस्तत्र वर्षं पपात ह ।पुष्पाणां भरतश्रेष्ठ दिव्यानां दिव्यगन्धिनाम् ॥ ५३ ॥

Segmented

गते वज्रधरे राजन् तत्र वर्षम् पपात ह पुष्पाणाम् भरत-श्रेष्ठ दिव्यानाम् दिव्य-गन्धिन्

Analysis

Word Lemma Parse
गते गम् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
वज्रधरे वज्रधर pos=n,g=m,c=7,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
तत्र तत्र pos=i
वर्षम् वर्ष pos=n,g=n,c=1,n=s
पपात पत् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
पुष्पाणाम् पुष्प pos=n,g=n,c=6,n=p
भरत भरत pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
दिव्यानाम् दिव्य pos=a,g=n,c=6,n=p
दिव्य दिव्य pos=a,comp=y
गन्धिन् गन्धिन् pos=a,g=n,c=6,n=p