महाभारतम् — 9.42.17
Original
Segmented
एवम् हि वैश्य-शूद्राणाम् क्षत्रियाणाम् तथा एव च ये ब्राह्मणान् प्रद्विषन्ति ते भवन्ति इह राक्षसाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
हि | हि | pos=i |
वैश्य | वैश्य | pos=n,comp=y |
शूद्राणाम् | शूद्र | pos=n,g=m,c=6,n=p |
क्षत्रियाणाम् | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=6,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ब्राह्मणान् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रद्विषन्ति | प्रद्विष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
इह | इह | pos=i |
राक्षसाः | राक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=p |