महाभारतम् — 9.42.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच सा शप्ता तेन क्रुद्धेन विश्वामित्रेण धीमता तस्मिन् तीर्थ-वरे शुभ्रे शोणितम् समुपावहत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
शप्ता | शप् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
क्रुद्धेन | क्रुध् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
विश्वामित्रेण | विश्वामित्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
धीमता | धीमत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तीर्थ | तीर्थ | pos=n,comp=y |
वरे | वर | pos=a,g=n,c=7,n=s |
शुभ्रे | शुभ्र | pos=a,g=n,c=7,n=s |
शोणितम् | शोणित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
समुपावहत् | समुपवह् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |