Original

हतवीरा यथा नारी साभवद्दुःखिता भृशम् ।ब्रूहि किं करवाणीति प्रोवाच मुनिसत्तमम् ॥ १५ ॥

Segmented

हत-वीरा यथा नारी सा अभवत् दुःखिता भृशम् ब्रूहि किम् करवाणि इति प्रोवाच मुनि-सत्तमम्

Analysis

Word Lemma Parse
हत हन् pos=va,comp=y,f=part
वीरा वीर pos=n,g=f,c=1,n=s
यथा यथा pos=i
नारी नारी pos=n,g=f,c=1,n=s
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
अभवत् भू pos=v,p=3,n=s,l=lan
दुःखिता दुःखित pos=a,g=f,c=1,n=s
भृशम् भृशम् pos=i
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
करवाणि कृ pos=v,p=1,n=s,l=lot
इति इति pos=i
प्रोवाच प्रवच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
मुनि मुनि pos=n,comp=y
सत्तमम् सत्तम pos=a,g=m,c=2,n=s