महाभारतम् — 9.40.30
Original
Segmented
यत्र यज्ञे ययातेः तु महा-राज सरस्वती सर्पिः पयः च सुस्राव नाहुषस्य महात्मनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत्र | यत्र | pos=i |
यज्ञे | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ययातेः | ययाति | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तु | तु | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सरस्वती | सरस्वती | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सर्पिः | सर्पिस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पयः | पयस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
सुस्राव | स्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
नाहुषस्य | नाहुष | pos=n,g=m,c=6,n=s |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |