महाभारतम् — 9.4.8
Original
Segmented
तथा दौत्येन सम्प्राप्तः कृष्णः पार्थ-हिते रतः प्रलब्धः च हृषीकेशः तत् च कर्म विरोधितम् स च मे वचनम् ब्रह्मन् कथम् एव अभिमंस्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तथा | तथा | pos=i |
दौत्येन | दौत्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
सम्प्राप्तः | सम्प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कृष्णः | कृष्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पार्थ | पार्थ | pos=n,comp=y |
हिते | हित | pos=n,g=n,c=7,n=s |
रतः | रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रलब्धः | प्रलभ् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
हृषीकेशः | हृषीकेश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विरोधितम् | विरोधय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
अभिमंस्यते | अभिमन् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |