Original

भृत्या मे सुभृतास्तात दीनश्चाभ्युद्धृतो जनः ।यातानि परराष्ट्राणि स्वराष्ट्रमनुपालितम् ॥ २७ ॥

Segmented

भृत्या मे सु भृताः तात दीनः च अभ्युद्धृतः जनः यातानि पर-राष्ट्राणि स्व-राष्ट्रम् अनुपालितम्

Analysis

Word Lemma Parse
भृत्या भृत्य pos=n,g=m,c=1,n=p
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
सु सु pos=i
भृताः भृ pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
तात तात pos=n,g=m,c=8,n=s
दीनः दीन pos=a,g=m,c=1,n=s
pos=i
अभ्युद्धृतः अभ्युद्धृ pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
जनः जन pos=n,g=m,c=1,n=s
यातानि या pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part
पर पर pos=n,comp=y
राष्ट्राणि राष्ट्र pos=n,g=n,c=1,n=p
स्व स्व pos=a,comp=y
राष्ट्रम् राष्ट्र pos=n,g=n,c=1,n=s
अनुपालितम् अनुपालय् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part