महाभारतम् — 9.4.18
Original
Segmented
यदा च द्रौपदी कृष्णा मद्-विनाशाय दुःखिता उग्रम् तेपे तपः कृष्णा भर्तॄणाम् अर्थ-सिद्धये स्थण्डिले नित्यदा शेते यावद् वैरस्य यातना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
च | च | pos=i |
द्रौपदी | द्रौपदी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
कृष्णा | कृष्णा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
विनाशाय | विनाश | pos=n,g=m,c=4,n=s |
दुःखिता | दुःखित | pos=a,g=f,c=1,n=s |
उग्रम् | उग्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तेपे | तप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तपः | तपस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कृष्णा | कृष्णा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भर्तॄणाम् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
सिद्धये | सिद्धि | pos=n,g=f,c=4,n=s |
स्थण्डिले | स्थण्डिल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
नित्यदा | नित्यदा | pos=i |
शेते | शी | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यावद् | यावत् | pos=i |
वैरस्य | वैर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यातना | यातना | pos=n,g=f,c=1,n=s |