महाभारतम् — 9.37.23
Original
Segmented
आजगाम सरित् श्रेष्ठा तम् देशम् ऋषि-कारणात् पूज्यमाना मुनि-गणैः वल्कल-अजिन-संवृतैः मनोह्रदा इति विख्याता सा हि तैः मनसा हृता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आजगाम | आगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सरित् | सरित् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
श्रेष्ठा | श्रेष्ठ | pos=a,g=f,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
देशम् | देश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ऋषि | ऋषि | pos=n,comp=y |
कारणात् | कारण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
पूज्यमाना | पूजय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
मुनि | मुनि | pos=n,comp=y |
गणैः | गण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वल्कल | वल्कल | pos=n,comp=y |
अजिन | अजिन | pos=n,comp=y |
संवृतैः | संवृ | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
मनोह्रदा | मनोह्रदा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
विख्याता | विख्या | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
हृता | हृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |