Original

एवमेषा सरिच्छ्रेष्ठा पुष्करेषु सरस्वती ।पितामहार्थं संभूता तुष्ट्यर्थं च मनीषिणाम् ॥ १४ ॥

Segmented

एवम् एषा सरित् श्रेष्ठा पुष्करेषु सरस्वती पितामह-अर्थम् सम्भूता तुष्टि-अर्थम् च मनीषिणाम्

Analysis

Word Lemma Parse
एवम् एवम् pos=i
एषा एतद् pos=n,g=f,c=1,n=s
सरित् सरित् pos=n,g=f,c=1,n=s
श्रेष्ठा श्रेष्ठ pos=a,g=f,c=1,n=s
पुष्करेषु पुष्कर pos=n,g=n,c=7,n=p
सरस्वती सरस्वती pos=n,g=f,c=1,n=s
पितामह पितामह pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
सम्भूता सम्भू pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
तुष्टि तुष्टि pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
मनीषिणाम् मनीषिन् pos=a,g=m,c=6,n=p