महाभारतम् — 9.31.23
Original
Segmented
दिष्ट्या शूरो ऽसि कौरव्य दिष्ट्या जानासि संगरम् यः त्वम् एको हि नः सर्वान् संयुगे योद्धुम् इच्छसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
शूरो | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
कौरव्य | कौरव्य | pos=n,g=m,c=8,n=s |
दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
जानासि | ज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
संगरम् | संगर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
एको | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
नः | मद् | pos=n,g=,c=2,n=p |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
योद्धुम् | युध् | pos=vi |
इच्छसि | इष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |