महाभारतम् — 9.31.17
Original
Segmented
अद्य वः स रथान् स अश्वान् अशस्त्रो विरथो ऽपि सन् नक्षत्राणि इव सर्वाणि सविता रात्रि-संक्षये तेजसा नाशयिष्यामि स्थिरीभवत पाण्डवाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अद्य | अद्य | pos=i |
वः | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=p |
स | स | pos=i |
रथान् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
स | स | pos=i |
अश्वान् | अश्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अशस्त्रो | अशस्त्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
विरथो | विरथ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
सन् | अस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
नक्षत्राणि | नक्षत्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
इव | इव | pos=i |
सर्वाणि | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=p |
सविता | सवितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रात्रि | रात्रि | pos=n,comp=y |
संक्षये | संक्षय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तेजसा | तेजस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
नाशयिष्यामि | नाशय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
स्थिरीभवत | स्थिरीभू | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=8,n=p |