Original

न मे त्वत्तो भयं राजन्न च पार्थाद्वृकोदरात् ।फल्गुनाद्वासुदेवाद्वा पाञ्चालेभ्योऽथ वा पुनः ॥ १३ ॥

Segmented

न मे त्वत्तो भयम् राजन् न च पार्थाद् वृकोदरात् फल्गुनाद् वासुदेवाद् वा पाञ्चालेभ्यो ऽथवा पुनः

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
त्वत्तो त्वद् pos=n,g=m,c=5,n=s
भयम् भय pos=n,g=n,c=1,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
pos=i
pos=i
पार्थाद् पार्थ pos=n,g=m,c=5,n=s
वृकोदरात् वृकोदर pos=n,g=m,c=5,n=s
फल्गुनाद् फल्गुन pos=n,g=m,c=5,n=s
वासुदेवाद् वासुदेव pos=n,g=m,c=5,n=s
वा वा pos=i
पाञ्चालेभ्यो पाञ्चाल pos=n,g=m,c=5,n=p
ऽथवा अथवा pos=i
पुनः पुनर् pos=i