Original

न त्वमद्य महीं दातुमीशः कौरवनन्दन ।आच्छेत्तुं वा बलाद्राजन्स कथं दातुमिच्छसि ।मां तु निर्जित्य संग्रामे पालयेमां वसुंधराम् ॥ ५८ ॥

Segmented

न त्वम् अद्य महीम् दातुम् ईशः कौरव-नन्दन माम् तु निर्जित्य संग्रामे पालय इमाम् वसुंधराम्

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
अद्य अद्य pos=i
महीम् मही pos=n,g=f,c=2,n=s
दातुम् दा pos=vi
ईशः ईश pos=a,g=m,c=1,n=s
कौरव कौरव pos=n,comp=y
नन्दन नन्दन pos=n,g=m,c=8,n=s
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
तु तु pos=i
निर्जित्य निर्जि pos=vi
संग्रामे संग्राम pos=n,g=m,c=7,n=s
पालय पालय् pos=v,p=2,n=s,l=lot
इमाम् इदम् pos=n,g=f,c=2,n=s
वसुंधराम् वसुंधरा pos=n,g=f,c=2,n=s