महाभारतम् — 9.30.50
Original
Segmented
गच्छ त्वम् भुङ्क्ष्व राज-इन्द्र पृथिवीम् निहत-ईश्वराम् हत-योधाम् नष्ट-रत्नाम् क्षीण-वप्राम् यथासुखम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
भुङ्क्ष्व | भुज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पृथिवीम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
निहत | निहन् | pos=va,comp=y,f=part |
ईश्वराम् | ईश्वर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
हत | हन् | pos=va,comp=y,f=part |
योधाम् | योध | pos=n,g=f,c=2,n=s |
नष्ट | नश् | pos=va,comp=y,f=part |
रत्नाम् | रत्न | pos=n,g=f,c=2,n=s |
क्षीण | क्षि | pos=va,comp=y,f=part |
वप्राम् | वप्र | pos=n,g=f,c=2,n=s |
यथासुखम् | यथासुखम् | pos=i |