महाभारतम् — 9.30.42
Original
Segmented
क्षीण-रत्नाम् च पृथिवीम् हत-क्षत्रिय-पुंगवाम् न अभ्युत्सहामि अहम् भोक्तुम् विधवाम् इव योषितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्षीण | क्षि | pos=va,comp=y,f=part |
रत्नाम् | रत्न | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
पृथिवीम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
हत | हन् | pos=va,comp=y,f=part |
क्षत्रिय | क्षत्रिय | pos=n,comp=y |
पुंगवाम् | पुंगव | pos=n,g=f,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अभ्युत्सहामि | अभ्युत्सह् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
भोक्तुम् | भुज् | pos=vi |
विधवाम् | विधवा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
योषितम् | योषित् | pos=n,g=f,c=2,n=s |