महाभारतम् — 9.28.8
Original
Segmented
समासाद्य रणे सर्वान् पाण्डवान् स सुहृद्-गणान् पाञ्चाल्यम् च अपि स बलम् हत्वा शीघ्रम् निवर्तत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
स | स | pos=i |
सुहृद् | सुहृद् | pos=n,comp=y |
गणान् | गण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पाञ्चाल्यम् | पाञ्चाल्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
स | स | pos=i |
बलम् | बल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हत्वा | हन् | pos=vi |
शीघ्रम् | शीघ्रम् | pos=i |
निवर्तत | निवृत् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |