Original

धृष्टद्युम्नस्तु समरे पराजित्य नराधिपम् ।अपक्रान्ते तव सुते हयपृष्ठं समाश्रिते ॥ ३४ ॥

Segmented

धृष्टद्युम्नः तु समरे पराजित्य नराधिपम् अपक्रान्ते तव सुते हय-पृष्ठम् समाश्रिते

Analysis

Word Lemma Parse
धृष्टद्युम्नः धृष्टद्युम्न pos=n,g=m,c=1,n=s
तु तु pos=i
समरे समर pos=n,g=n,c=7,n=s
पराजित्य पराजि pos=vi
नराधिपम् नराधिप pos=n,g=m,c=2,n=s
अपक्रान्ते अपक्रम् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
सुते सुत pos=n,g=m,c=7,n=s
हय हय pos=n,comp=y
पृष्ठम् पृष्ठ pos=n,g=n,c=2,n=s
समाश्रिते समाश्रि pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part