महाभारतम् — 9.23.45
Original
Segmented
वधाय च आत्मनः ऽस्माभिः संयुगम् रोचयिष्यति तद्-अन्तम् हि भवेद् वैरम् अनुमानेन माधव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वधाय | वध | pos=n,g=m,c=4,n=s |
च | च | pos=i |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ऽस्माभिः | मद् | pos=n,g=,c=3,n=p |
संयुगम् | संयुग | pos=n,g=n,c=2,n=s |
रोचयिष्यति | रोचय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
अन्तम् | अन्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
वैरम् | वैर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अनुमानेन | अनुमान | pos=n,g=n,c=3,n=s |
माधव | माधव | pos=n,g=m,c=8,n=s |