महाभारतम् — 9.21.2
Original
Segmented
तस्य बाण-सहस्रैः तु प्रच्छन्ना हि अभवत् मही परान् च सिषिचे बाणैः धाराभिः इव पर्वतान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
बाण | बाण | pos=n,comp=y |
सहस्रैः | सहस्र | pos=n,g=n,c=3,n=p |
तु | तु | pos=i |
प्रच्छन्ना | प्रच्छद् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
मही | मही | pos=n,g=f,c=1,n=s |
परान् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
सिषिचे | सिच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
धाराभिः | धारा | pos=n,g=f,c=3,n=p |
इव | इव | pos=i |
पर्वतान् | पर्वत | pos=n,g=m,c=2,n=p |