महाभारतम् — 9.21.17
Original
Segmented
तेषाम् आपतताम् घोरः तुमुलः समजायत क्षुब्धस्य हि समुद्रस्य प्रावृः-काले यथा निशि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
आपतताम् | आपत् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
घोरः | घोर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तुमुलः | तुमुल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
समजायत | संजन् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
क्षुब्धस्य | क्षुभ् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
समुद्रस्य | समुद्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
प्रावृः | प्रावृष् | pos=n,comp=y |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
निशि | निश् | pos=n,g=f,c=7,n=s |