Original

ततोऽथ नागं धरणीधराभं मदं स्रवन्तं जलदप्रकाशम् ।गदां समाविध्य भृशं जघान पाञ्चालराजस्य सुतस्तरस्वी ॥ २३ ॥

Segmented

ततो ऽथ नागम् धरणीधर-आभम् मदम् स्रवन्तम् जलद-प्रकाशम् गदाम् समाविध्य भृशम् जघान पाञ्चाल-राजस्य सुतः तरस्वी

Analysis

Word Lemma Parse
ततो ततस् pos=i
ऽथ अथ pos=i
नागम् नाग pos=n,g=m,c=2,n=s
धरणीधर धरणीधर pos=n,comp=y
आभम् आभ pos=a,g=m,c=2,n=s
मदम् मद pos=n,g=m,c=2,n=s
स्रवन्तम् स्रु pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
जलद जलद pos=n,comp=y
प्रकाशम् प्रकाश pos=n,g=m,c=2,n=s
गदाम् गदा pos=n,g=f,c=2,n=s
समाविध्य समाव्यध् pos=vi
भृशम् भृशम् pos=i
जघान हन् pos=v,p=3,n=s,l=lit
पाञ्चाल पाञ्चाल pos=n,comp=y
राजस्य राज pos=n,g=m,c=6,n=s
सुतः सुत pos=n,g=m,c=1,n=s
तरस्वी तरस्विन् pos=a,g=m,c=1,n=s