महाभारतम् — 9.19.22
Original
Segmented
पाञ्चाल-राजः त्वरितः तु शूरो गदाम् प्रगृह्य अचल-शृङ्ग-कल्पाम् असंभ्रमम् भारत शत्रु-घाती जवेन वीरो ऽनुससार नागम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पाञ्चाल | पाञ्चाल | pos=n,comp=y |
राजः | राज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वरितः | त्वर् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
शूरो | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गदाम् | गदा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
अचल | अचल | pos=n,comp=y |
शृङ्ग | शृङ्ग | pos=n,comp=y |
कल्पाम् | कल्प | pos=a,g=f,c=2,n=s |
असंभ्रमम् | असंभ्रम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
घाती | घातिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
जवेन | जव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वीरो | वीर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽनुससार | अनुसृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
नागम् | नाग | pos=n,g=m,c=2,n=s |