महाभारतम् — 9.16.54
Original
Segmented
प्रियया कान्तया कान्तः पतमान इव उरसि चिरम् भुक्त्वा वसुमतीम् प्रियाम् कान्ताम् इव प्रभुः सर्वैः अङ्गैः समाश्लिष्य प्रसुप्त इव सो ऽभवत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रियया | प्रिय | pos=a,g=f,c=3,n=s |
कान्तया | कान्ता | pos=n,g=f,c=3,n=s |
कान्तः | कान्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पतमान | पत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
उरसि | उरस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
चिरम् | चिरम् | pos=i |
भुक्त्वा | भुज् | pos=vi |
वसुमतीम् | वसुमती | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रियाम् | प्रिय | pos=a,g=f,c=2,n=s |
कान्ताम् | कान्त | pos=a,g=f,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
प्रभुः | प्रभु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्वैः | सर्व | pos=n,g=n,c=3,n=p |
अङ्गैः | अङ्ग | pos=n,g=n,c=3,n=p |
समाश्लिष्य | समाश्लिष् | pos=vi |
प्रसुप्त | प्रस्वप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |