Original

तां कालरात्रीमिव पाशहस्तां यमस्य धात्रीमिव चोग्ररूपाम् ।सब्रह्मदण्डप्रतिमाममोघां ससर्ज यत्तो युधि धर्मराजः ॥ ४२ ॥

Segmented

ताम् कालरात्रीम् इव पाश-हस्ताम् यमस्य धात्रीम् इव च उग्र-रूपाम् स ब्रह्मदण्ड-प्रतिमाम् अमोघाम् ससर्ज यत्तो युधि धर्मराजः

Analysis

Word Lemma Parse
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
कालरात्रीम् कालरात्रि pos=n,g=f,c=2,n=s
इव इव pos=i
पाश पाश pos=n,comp=y
हस्ताम् हस्त pos=n,g=f,c=2,n=s
यमस्य यम pos=n,g=m,c=6,n=s
धात्रीम् धात्री pos=n,g=f,c=2,n=s
इव इव pos=i
pos=i
उग्र उग्र pos=a,comp=y
रूपाम् रूप pos=n,g=f,c=2,n=s
pos=i
ब्रह्मदण्ड ब्रह्मदण्ड pos=n,comp=y
प्रतिमाम् प्रतिमा pos=n,g=f,c=2,n=s
अमोघाम् अमोघ pos=a,g=f,c=2,n=s
ससर्ज सृज् pos=v,p=3,n=s,l=lit
यत्तो यत् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
युधि युध् pos=n,g=f,c=7,n=s
धर्मराजः धर्मराज pos=n,g=m,c=1,n=s