Original

निरीक्षितो वै नरदेव राज्ञा पूतात्मना निर्हृतकल्मषेण ।अभून्न यद्भस्मसान्मद्रराजस्तदद्भुतं मे प्रतिभाति राजन् ॥ ३९ ॥

Segmented

निरीक्षितो वै नरदेव राज्ञा पूत-आत्मना निर्हृ-कल्मषेन अभूत् न यद् भस्मसात् मद्र-राजः तद् अद्भुतम् मे प्रतिभाति राजन्

Analysis

Word Lemma Parse
निरीक्षितो निरीक्ष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
वै वै pos=i
नरदेव नरदेव pos=n,g=m,c=8,n=s
राज्ञा राजन् pos=n,g=m,c=3,n=s
पूत पू pos=va,comp=y,f=part
आत्मना आत्मन् pos=n,g=m,c=3,n=s
निर्हृ निर्हृ pos=va,comp=y,f=part
कल्मषेन कल्मष pos=n,g=m,c=3,n=s
अभूत् भू pos=v,p=3,n=s,l=lun
pos=i
यद् यत् pos=i
भस्मसात् भस्मसात् pos=i
मद्र मद्र pos=n,comp=y
राजः राज pos=n,g=m,c=1,n=s
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
अद्भुतम् अद्भुत pos=n,g=n,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
प्रतिभाति प्रतिभा pos=v,p=3,n=s,l=lat
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s