महाभारतम् — 9.16.32
Original
Segmented
तत् कर्म भीमस्य समीक्ष्य हृष्टास् ते पाण्डवानाम् प्रवरा रथ-ओघाः नादम् च चक्रुः भृशम् उत्स्मयन्तः शङ्खान् च दध्मुः शशि-संनिकाशान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भीमस्य | भीम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
समीक्ष्य | समीक्ष् | pos=vi |
हृष्टास् | हृष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पाण्डवानाम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
प्रवरा | प्रवर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
रथ | रथ | pos=n,comp=y |
ओघाः | ओघ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
नादम् | नाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
चक्रुः | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
उत्स्मयन्तः | उत्स्मि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
शङ्खान् | शङ्ख | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
दध्मुः | धम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
शशि | शशिन् | pos=n,comp=y |
संनिकाशान् | संनिकाश | pos=a,g=m,c=2,n=p |