महाभारतम् — 9.11.51
Original
Segmented
धर्मराजो ऽपि संक्रुद्धो मद्र-राजम् महा-यशाः विव्याध निशितैः बाणैः कङ्क-बर्हिण-वाजितैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धर्मराजो | धर्मराज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
संक्रुद्धो | संक्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मद्र | मद्र | pos=n,comp=y |
राजम् | राज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
यशाः | यशस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विव्याध | व्यध् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
निशितैः | निशा | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
कङ्क | कङ्क | pos=n,comp=y |
बर्हिण | बर्हिण | pos=n,comp=y |
वाजितैः | वाजित | pos=a,g=m,c=3,n=p |