महाभारतम् — 9.1.51
Original
Segmented
ततो नरपतिम् तत्र लब्ध-संज्ञम् परंतप अवेक्ष्य संजयो दीनो रोदमानम् भृश-आतुरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
नरपतिम् | नरपति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
लब्ध | लभ् | pos=va,comp=y,f=part |
संज्ञम् | संज्ञा | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परंतप | परंतप | pos=a,g=m,c=8,n=s |
अवेक्ष्य | अवेक्ष् | pos=vi |
संजयो | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दीनो | दीन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
रोदमानम् | रुद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
भृश | भृश | pos=a,comp=y |
आतुरम् | आतुर | pos=a,g=m,c=2,n=s |