Original

विशीर्णनागाश्वरथप्रवीरं बलं त्वदियं यमराष्ट्रकल्पम् ।अन्योन्यमासाद्य हतं महद्भिर्नराश्वनागैर्गिरिकूटकल्पैः ॥ ८ ॥

Segmented

विशीर्ण-नाग-अश्व-रथ-प्रवीरम् बलम् यम-राष्ट्र-कल्पम् अन्योन्यम् आसाद्य हतम् महद्भिः नर-अश्व-नागैः गिरि-कूट-कल्पैः

Analysis

Word Lemma Parse
विशीर्ण विशृ pos=va,comp=y,f=part
नाग नाग pos=n,comp=y
अश्व अश्व pos=n,comp=y
रथ रथ pos=n,comp=y
प्रवीरम् प्रवीर pos=n,g=n,c=1,n=s
बलम् बल pos=n,g=n,c=1,n=s
यम यम pos=n,comp=y
राष्ट्र राष्ट्र pos=n,comp=y
कल्पम् कल्प pos=a,g=n,c=1,n=s
अन्योन्यम् अन्योन्य pos=n,g=m,c=2,n=s
आसाद्य आसादय् pos=vi
हतम् हन् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
महद्भिः महत् pos=a,g=m,c=3,n=p
नर नर pos=n,comp=y
अश्व अश्व pos=n,comp=y
नागैः नाग pos=n,g=m,c=3,n=p
गिरि गिरि pos=n,comp=y
कूट कूट pos=n,comp=y
कल्पैः कल्प pos=a,g=m,c=3,n=p