Original

एतद्वचो मद्रपतेर्निशम्य स्वं चापनीतं मनसा निरीक्ष्य ।दुर्योधनो दीनमना विसंज्ञः पुनः पुनर्न्यश्वसदार्तरूपः ॥ १३ ॥

Segmented

एतद् वचो मद्र-पत्युः निशम्य स्वम् च अपनीतम् मनसा निरीक्ष्य दुर्योधनो दीन-मनाः विसंज्ञः पुनः पुनः न्यश्वसद् आर्त-रूपः

Analysis

Word Lemma Parse
एतद् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
वचो वचस् pos=n,g=n,c=2,n=s
मद्र मद्र pos=n,comp=y
पत्युः पति pos=n,g=m,c=6,n=s
निशम्य निशामय् pos=vi
स्वम् स्व pos=n,g=n,c=2,n=s
pos=i
अपनीतम् अपनी pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
मनसा मनस् pos=n,g=n,c=3,n=s
निरीक्ष्य निरीक्ष् pos=vi
दुर्योधनो दुर्योधन pos=n,g=m,c=1,n=s
दीन दीन pos=a,comp=y
मनाः मनस् pos=n,g=m,c=1,n=s
विसंज्ञः विसंज्ञ pos=a,g=m,c=1,n=s
पुनः पुनर् pos=i
पुनः पुनर् pos=i
न्यश्वसद् निश्वस् pos=v,p=3,n=s,l=lan
आर्त आर्त pos=a,comp=y
रूपः रूप pos=n,g=m,c=1,n=s