Original

प्रकीर्णकेशे विमुखे ब्राह्मणे च कृताञ्जलौ ।शरणागते न्यस्तशस्त्रे तथा व्यसनगेऽर्जुन ॥ ६२ ॥

Segmented

प्रकीर्ण-केशे विमुखे ब्राह्मणे च कृताञ्जलौ शरण-आगते न्यस्त-शस्त्रे तथा व्यसन-गे ऽर्जुन

Analysis

Word Lemma Parse
प्रकीर्ण प्रक्￞ pos=va,comp=y,f=part
केशे केश pos=n,g=m,c=7,n=s
विमुखे विमुख pos=a,g=m,c=7,n=s
ब्राह्मणे ब्राह्मण pos=n,g=m,c=7,n=s
pos=i
कृताञ्जलौ कृताञ्जलि pos=a,g=m,c=7,n=s
शरण शरण pos=n,comp=y
आगते आगम् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
न्यस्त न्यस् pos=va,comp=y,f=part
शस्त्रे शस्त्र pos=n,g=m,c=7,n=s
तथा तथा pos=i
व्यसन व्यसन pos=n,comp=y
गे pos=a,g=m,c=7,n=s
ऽर्जुन अर्जुन pos=n,g=m,c=8,n=s