महाभारतम् — 8.66.29
Original
Segmented
जनार्दनम् द्वादशभिः पराभिनन् नवैः नवत्या च शरैस् तथा अर्जुनम् शरेण घोरेण पुनः च पाण्डवम् विभिद्य कर्णो ऽभ्यनदज् जहास च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जनार्दनम् | जनार्दन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
द्वादशभिः | द्वादशन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पराभिनन् | पराभिद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
नवैः | नव | pos=a,g=m,c=3,n=p |
नवत्या | नवति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
शरैस् | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
अर्जुनम् | अर्जुन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शरेण | शर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
घोरेण | घोर | pos=a,g=m,c=3,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
च | च | pos=i |
पाण्डवम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विभिद्य | विभिद् | pos=vi |
कर्णो | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभ्यनदज् | अभिनद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
जहास | हस् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
च | च | pos=i |