महाभारतम् — 8.65.24
Original
Segmented
इत्य् ऊचिवान् ब्राह्मम् असह्यम् अस्त्रम् प्रादुश्चक्रे मनसा संविधेयम् ततो दिशः च प्रदिशः च सर्वाः समावृणोत् सायकैः भूरि-तेजाः ससर्ज बाणान् भरत-ऋषभः ऽपि शतंशतान् एक-वत् आशु-वेगान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इत्य् | इति | pos=i |
ऊचिवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ब्राह्मम् | ब्राह्म | pos=a,g=n,c=2,n=s |
असह्यम् | असह्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अस्त्रम् | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रादुश्चक्रे | प्रादुष्कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
संविधेयम् | संविधा | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=krtya |
ततो | ततस् | pos=i |
दिशः | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
प्रदिशः | प्रदिश् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
सर्वाः | सर्व | pos=n,g=f,c=2,n=p |
समावृणोत् | समावृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
सायकैः | सायक | pos=n,g=m,c=3,n=p |
भूरि | भूरि | pos=n,comp=y |
तेजाः | तेजस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ससर्ज | सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
बाणान् | बाण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभः | ऋषभ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
शतंशतान् | शतंशत | pos=a,g=m,c=2,n=p |
एक | एक | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
आशु | आशु | pos=a,comp=y |
वेगान् | वेग | pos=n,g=m,c=2,n=p |