महाभारतम् — 8.64.27
Original
Segmented
वदन्ति मित्रम् सहजम् विचक्षणास् तथा एव साम्ना च धनेन च अर्जितम् प्रतापतः च उपनतम् चतुर्विधम् तद् अस्ति सर्वम् त्वयि पाण्डवेषु च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वदन्ति | वद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
मित्रम् | मित्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सहजम् | सहज | pos=a,g=m,c=2,n=s |
विचक्षणास् | विचक्षण | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
साम्ना | सामन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
धनेन | धन | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
अर्जितम् | अर्जय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
प्रतापतः | प्रताप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
उपनतम् | उपनम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
चतुर्विधम् | चतुर्विध | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
पाण्डवेषु | पाण्डव | pos=n,g=m,c=7,n=p |
च | च | pos=i |