महाभारतम् — 8.64.1
Original
Segmented
संजय उवाच तद् देव-नाग-असुर-सिद्ध-संघैः गन्धर्व-यक्ष-अप्सरसाम् च संघैः ब्रह्मर्षि-राजर्षि-सुपर्ण-जुष्टम् बभौ वियद् विस्मि-रूपम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
देव | देव | pos=n,comp=y |
नाग | नाग | pos=n,comp=y |
असुर | असुर | pos=n,comp=y |
सिद्ध | सिद्ध | pos=n,comp=y |
संघैः | संघ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
गन्धर्व | गन्धर्व | pos=n,comp=y |
यक्ष | यक्ष | pos=n,comp=y |
अप्सरसाम् | अप्सरस् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
च | च | pos=i |
संघैः | संघ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
ब्रह्मर्षि | ब्रह्मर्षि | pos=n,comp=y |
राजर्षि | राजर्षि | pos=n,comp=y |
सुपर्ण | सुपर्ण | pos=n,comp=y |
जुष्टम् | जुष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
बभौ | भा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वियद् | वियन्त् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विस्मि | विस्मि | pos=va,comp=y,f=krtya |
रूपम् | रूप | pos=n,g=n,c=1,n=s |