Original

तदुपश्रुत्य मघवा प्रणिपत्य पितामहम् ।कर्णार्जुनविनाशेन मा नश्यत्वखिलं जगत् ॥ ४८ ॥

Segmented

तद् उपश्रुत्य मघवा प्रणिपत्य पितामहम् कर्ण-अर्जुन-विनाशेन मा नश्यत्व् अखिलम् जगत्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
उपश्रुत्य उपश्रु pos=vi
मघवा मघवन् pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रणिपत्य प्रणिपत् pos=vi
पितामहम् पितामह pos=n,g=m,c=2,n=s
कर्ण कर्ण pos=n,comp=y
अर्जुन अर्जुन pos=n,comp=y
विनाशेन विनाश pos=n,g=m,c=3,n=s
मा मा pos=i
नश्यत्व् नश् pos=v,p=3,n=s,l=lot
अखिलम् अखिल pos=a,g=n,c=1,n=s
जगत् जगन्त् pos=n,g=n,c=1,n=s