महाभारतम् — 8.63.1
Original
Segmented
संजय उवाच वृषसेनम् हतम् दृष्ट्वा शोक-अमर्ष-समन्वितः मुक्त्वा शोक-उद्भवम् वारि नेत्राभ्याम् सहसा वृषः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वृषसेनम् | वृषसेन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हतम् | हन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
अमर्ष | अमर्ष | pos=n,comp=y |
समन्वितः | समन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मुक्त्वा | मुच् | pos=vi |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
उद्भवम् | उद्भव | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वारि | वारि | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नेत्राभ्याम् | नेत्र | pos=n,g=n,c=5,n=d |
सहसा | सहसा | pos=i |
वृषः | वृष | pos=n,g=m,c=1,n=s |