महाभारतम् — 8.62.48
Original
Segmented
वृको द्विप-स्थम् गिरिराज-वासिनम् भृशम् शरैः द्वादशभिः पराभिनत् ततो वृकम् स अश्व-रथम् महा-जवम् त्वरंः चतुर्भिः चरणे व्यपोथयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वृको | वृक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
द्विप | द्विप | pos=n,comp=y |
स्थम् | स्थ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
गिरिराज | गिरिराज | pos=n,comp=y |
वासिनम् | वासिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
द्वादशभिः | द्वादशन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पराभिनत् | पराभिद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
ततो | ततस् | pos=i |
वृकम् | वृक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स | स | pos=i |
अश्व | अश्व | pos=n,comp=y |
रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
जवम् | जव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वरंः | त्वर् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
चतुर्भिः | चतुर् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
चरणे | चरण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
व्यपोथयत् | विपोथय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |