Original

अथाक्रन्दे तुमुले वर्तमाने धार्ष्टद्युम्ने निहते तत्र कृष्णः ।अपाञ्चाल्यं क्रियते याहि पार्थ कर्णं जहीत्यब्रवीद्राजसिंह ॥ १० ॥

Segmented

अथ आक्रन्दे तुमुले वर्तमाने धार्ष्टद्युम्ने निहते तत्र कृष्णः अ पाञ्चाल्यम् क्रियते याहि पार्थ कर्णम् जहि इति अब्रवीद् राज-सिंह

Analysis

Word Lemma Parse
अथ अथ pos=i
आक्रन्दे आक्रन्द pos=n,g=m,c=7,n=s
तुमुले तुमुल pos=a,g=m,c=7,n=s
वर्तमाने वृत् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
धार्ष्टद्युम्ने धार्ष्टद्युम्न pos=n,g=m,c=7,n=s
निहते निहन् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
तत्र तत्र pos=i
कृष्णः कृष्ण pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
पाञ्चाल्यम् पाञ्चाल्य pos=a,g=n,c=1,n=s
क्रियते कृ pos=v,p=3,n=s,l=lat
याहि या pos=v,p=2,n=s,l=lot
पार्थ पार्थ pos=n,g=m,c=8,n=s
कर्णम् कर्ण pos=n,g=m,c=2,n=s
जहि हा pos=v,p=2,n=s,l=lot
इति इति pos=i
अब्रवीद् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
राज राजन् pos=n,comp=y
सिंह सिंह pos=n,g=m,c=8,n=s