महाभारतम् — 8.60.1
Original
Segmented
संजय उवाच ततः कर्णः कुरुषु प्रद्रुतेषु वरूथिना श्वेत-हयेन राजन् पाञ्चाल-पुत्रान् व्यधमत् सूतपुत्रो महा-इषुभिः वात इव अभ्र-सङ्घान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततः | ततस् | pos=i |
कर्णः | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कुरुषु | कुरु | pos=n,g=m,c=7,n=p |
प्रद्रुतेषु | प्रद्रु | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
वरूथिना | वरूथिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
श्वेत | श्वेत | pos=a,comp=y |
हयेन | हय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पाञ्चाल | पाञ्चाल | pos=n,comp=y |
पुत्रान् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
व्यधमत् | विधम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
सूतपुत्रो | सूतपुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
इषुभिः | इषु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वात | वात | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अभ्र | अभ्र | pos=n,comp=y |
सङ्घान् | संघ | pos=n,g=m,c=2,n=p |