महाभारतम् — 8.6.32
Original
Segmented
यथा ह्य् अभ्युदितः सूर्यः प्रतपन् स्वेन तेजसा व्यपोहति तमस् तीव्रम् तथा शत्रून् व्यपोह नः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
ह्य् | हि | pos=i |
अभ्युदितः | अभ्युदि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सूर्यः | सूर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रतपन् | प्रतप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स्वेन | स्व | pos=a,g=n,c=3,n=s |
तेजसा | तेजस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
व्यपोहति | व्यपोह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तमस् | तमस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तीव्रम् | तीव्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
व्यपोह | व्यपोह् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |